जयपुर 23 अप्रैल दैनिक सूरज केसरी समाचार पत्र की विशेष कवरेज के अनुसार राजस्थान की राजधानी जयपुर महानगर से महज 35 किलोमीटर दूरी पर ज्योति विद्यापीठ के पीछे बसे सपेरा समुदाय के एक छोटे से गांव झरना के 22 वर्षीय युवा आर्टिस्ट पेंटर दीपक सपेरा अंधकार में रह रहे सपेरा समुदाय में रोशनी की किरण के रूप में उभर रहा है क्योंकि यह आर्टिस्ट दीपक सपेरा अपने पूरे गांव में अकेला शिक्षित युवक है अपने पूरे समुदाय में यानी सपेरा समुदाय में अकेला शिक्षित युवक है ग्राम झरना में ना बिजली है ना कोई सरकारी स्कूल है ना कोई पढ़ने का साधन है ना कोई सभ्यता है बस अंधकार ही अंधकार है कहने को तो यह गांव झरना राजस्थान प्रदेश की राजधानी जयपुर का सबसे निकटवर्ती गांव है इस गांव झरना का जनपद भी राजधानी जयपुर है छोटे-छोटे मासूम बच्चे किशोर और युवा शिक्षा से कोसों दूर हैं भारत सरकार या राजस्थान राज्य सरकार की कोई भी योजना इस गांव तक नहीं पहुंचती है इस गांव के लोगों को सपेरा समुदाय को नहीं पता है कि प्रधानमंत्री आवास योजना क्या है गरीबी उन्मूलन योजना क्या है पेंशन योजना क्या है यह गांव नहीं जानता जबकि राशन कार्ड तो सभी के बने हैं और अच्छी बात यह है कि सभी को राशन समय पर मिल जाता है और सही मिलता है अच्छा मिलता है पूरा मिलता है पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है क्योंकि यह गांव इन सभी योजनाओं से परिचित ही नहीं है माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना सबके लिए आवास सबके लिए आश्रय इनको नहीं पता है पूरा गांव अप्रैल और झोपड़ी में रहता है ना शिक्षा है ना भोजन है ना सही रहन-सहन है बद से बदतर जीवन व्यतीत कर रहे हैं सपेरा समुदाय के लोग पूरे गांव में दीपक सपेरा एक ऐसा होनहार युवा है जो फिलहाल बीबीए की शिक्षा ग्रहण कर रहा है इस युवा दीपक सपेरा ने इस गांव से निकलकर के पहली कक्षा से इंटरमीडिएट तक की शिक्षा बहुत ही अच्छे नंबरों से पास की है अब बीबीए कर रहा है दीपक सपेरा छोटी सी उम्र से ही अच्छी पेंटिंग करता है तभी सभी लोग दीपक सपेरा को युवा आर्टिस्ट पेंटर भी कहते हैं कई पेंटिंग प्रतियोगिताओं में दीपक सपेरा की पेंटिंग की सराहना की जा चुकी है हाल ही में महा अप्रैल 2020 में दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक पेंटिंग आर्टिस्ट प्रदर्शनी का आयोजन किया जाना था परंतु कोविड-19 के चलते यह आयोजन स्थगित कर दिया गया दीपक सपेरा को उम्मीद थी कि दिल्ली में आयोजित इस पेंटिंग प्रदर्शनी में उसका नाम रोशन हो जाएगा और उसकी बनाई हुई पेंटिंग पूरी दुनिया में छा जाएगी परंतु भाग्य में यह नहीं लिखा था कोविड-19 आ गया और इसकी मेहनत पर पानी फिर गया उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में जो भी उच्च स्तरीय पेंटिंग प्रदर्शनी लगेगी दीपक सपेरा उस पेंटिंग प्रदर्शनी में अपने द्वारा बनाई गई पेंटिंग का प्रदर्शन जरूर करेगा जहां तक पेंटिंग का सवाल है अगर कोई दीपक सपेरा के बनाई हुई पेंटिंग तस्वीर चित्र ग्राफिक्स स्केच देख ले तो हैरत में आ जाएगा क्योंकि बहुत ही उच्च स्तरीय पेंटर के रूप में भी उभर कर सामने आया है युवा आर्टिस्ट दीपक सपेरा निश्चित रूप से कला के क्षेत्र में पेंटिंग के क्षेत्र में 1 दिन दीपक सपेरा विश्वविख्यात आर्टिस्ट बन जाएगा जहां तक सपेरा समुदाय का सवाल है तू सपेरा समुदाय जनजाति समुदाय है बहुत ही पिछड़ी हुई समुदाय है क्योंकि दीपक सपेरा इसी समुदाय से है और अपनी समुदाय में अकेला पढ़ा लिखा नौजवान है इसलिए दीपक सपेरा ने संकल्प लिया है कि एक दिन वह अपने गांव झरना मैं छोटे बच्चों के लिए सरकारी स्कूल की स्थापना अवश्य कराएगा ताकि इस गांव के सपेरा समुदाय के बच्चे प्राथमिक शिक्षा ग्रहण कर उच्च शिक्षा के लिए जयपुर जाकर अपना भविष्य बना सकें शिक्षित बन सके और देश की मुख्यधारा में जुड़ सकें दीपक सपेरा अपने गांव झरना में बहुत ही बेहतरीन कार्य कर रहा है इस गांव झरना मैं सपेरा समुदाय के लगभग 90 बच्चे नन्हे मुन्ने बच्चे हैं जिन्हें दीपक सपेरा पढ़ा रहा है शिक्षा का ज्ञान बांट रहा है अब क्योंकि कोविड-19 चल रहा है इसलिए दीपक सपेरा बच्चों को पढ़ाते समय सोशल डिस्टेंस का सामाजिक दूरी का पूरा पालन करता है इसके अलावा दीपक सपेरा के नेतृत्व में क्षेत्र के युवाओं ने लोक डाउन के पालन के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं सड़कों पर लिखा है लॉक डाउन का पालन करें कोरोनावायरस से बचाव करें और अपने घरों में ही रहे सोशल डिस्टेंस का पालन करें आदि आदि कोरोनावायरस से बचाव के लिए बहुत सारे कार्यक्रम चलाए हैं दीपक सपेरा अपने गांव झरना के बच्चों को शिक्षित कर रहा है उन्हें अनुशासन सिखा रहा है उन्हें राष्ट्रपति सिखा रहा है राष्ट्र की मुख्य धारा क्या है यह भी बता रहा है दीपक सपेरा का यह सपना है कि उसकी समुदाय सपेरा समाज भी शिक्षित हो उसके बच्चे भी शिक्षित हो वह भी राष्ट्रीय कल्याण में सहभागिता करें राष्ट्र की मुख्यधारा में जुड़े आज पूरा गांव झरना अपने समाज के जागरूक युवा आर्टिस्ट दीपक सपेरा के रूप में सपेरा समाज की तरक्की की रोशनी देख रहे हैं और कहते हैं कि सपेरा समाज से अंधेरे का अंत दीपक से तेरा ही कर सकता है हम अपने प्रधानमंत्री जी माननीय नरेंद्र मोदी जी और राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से निवेदन करते हैं कि राजस्थान की राजधानी जनपद जयपुर के सपेरा समुदाय का
व झरना का संपूर्ण विकास किया जाए इस गांव के प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सभी के पक्के मकान बनाए जाएं और सर्व शिक्षा अभियान सभी बढ़ो सभी पढ़ो के अंतर्गत इस गांव झरना में सरकारी प्राथमिक विद्यालय खोला जाए एवं पीने के पानी की समुचित व्यवस्था की जाए बिजली की व्यवस्था की जाए और अन्य सभी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति की जाए एवं युवा आर्टिस्ट दीपक सपेरा की देखरेख में इस पूरे गांव का विकास किया जाए एवं युवा आर्टिस्ट् दीपक सपेरा को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाए मैं युवा आर्टिस्ट दीपक सपेरा के परिश्रम लगन अपने समुदाय की विकास शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दीपक सपेरा को बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि युवा आर्टिस्ट दीपक सपेरा ने जो सपना अपने गांव झरना के विकास के लिए शिक्षा के लिए सोचा है वह अवश्य पूर्ण होगा जय हिंद जय भारत सैयद मुजम्मिल हुसैन मान्यता प्राप्त राज्य मुख्यालय पत्रकार कार्यकारी संपादक दैनिक सूरज केसरी समाचार पत्र लखनऊ एवं मुजफ्फरनगर
अंधकार मैं जीवन यापन कर रहे सपेरा समाज में रोशनी की किरण बनकर उभरता युवा आर्टिस्ट दीपक सपेरा